150+ Mirza Ghalib Ki Shayari in Hindi – Best Collection

Mirza Ghalib Ki Shayari Ka Parichay

Mirजा Asadullah Khan Ghalib, जिन्हें हम केवल Ghalib के नाम से जानते हैं, उर्दू और हिंदी साहित्य के महान शायरों में से एक हैं। उनकी शायरी में मोहब्बत, दर्द, जिंदगी और दर्शन का गहरा असर है। आज भी उनकी रचनाएँ दिलों को छू जाती हैं और लोग उनके शेरों को सोशल मीडिया पर, किताबों में और बातचीत में इस्तेमाल करते हैं।

Ghalib Ki Shayari in Hindi का जादू उनकी भावनाओं की गहराई और शब्दों की सरलता में है। उनकी शायरी सिर्फ पुराने ज़माने तक सीमित नहीं है, बल्कि आज भी लोगों के दिलों में उतनी ही प्रासंगिक है।

150+ Famous Ghalib Ki Shayari

mirza ghalib ki shayari

दिल ही तो है न संग-ओ-ख़िश्त, दर्द से भर न आए क्यूँ
रोएँगे हम हज़ार बार, कोई हमें सताए क्यूँ

हजारों ख्वाहिशें ऐसी कि हर ख्वाहिश पे दम निकले
बहुत निकले मेरे अरमान लेकिन फिर भी कम निकले

इश्क़ पर जोर नहीं है ये वो आतिश ‘ग़ालिब’
कि लगाए ना लगे और बुझाए ना बने

रंजिश ही सही दिल ही दुखाने के लिए आ
आ फिर से मुझे छोड़ के जाने के लिए आ

इकरार-ए-इश्क़ की रहमत है या सज़ा
जो भी हो, तेरा ही ख्याल सुकून दे जाता है

हो गए हैं मोहब्बत के दीवाने हम
तुझसे दूर रहकर भी तुझे पास मानते हैं

मोहब्बत में हर चीज़ जायज़ है
ग़ालिब की तरह जीना भी और मरना भी

तेरे बिना जीना मुश्किल है इस दिल को
तेरे बिना हर खुशी अधूरी है

उस की आँखों में जो बात है
वो किसी और के पास नहीं है

तेरे प्यार में सबकुछ खो दिया हमने
और सिर्फ तेरा ही नाम पाया हमने

कोई उम्मीद बर नहीं आती
कोई सूरत नजर नहीं आती

हुई देर मगर वो भी नसीब हुई
ग़म की राहों में खुशियों की रोशनी मिली

हस्ती का असर है कुछ यूँ असर में
कोई खुदा है कोई माया है, कोई इंसान है

दिल से दिल मिलाना ही सबसे बड़ा दर्द है
उसे खोना और उसके बिना जीना और भी बड़ा

ग़म की बारिश में भीगते हुए हमने जाना
हर खुशी अस्थायी होती है, दर्द स्थायी

तनहा रहकर भी उसकी यादों में जीते हैं
हर सांस में उसका नाम लेते हैं

दर्द-ए-दिल का इलाज सिर्फ यादें हैं
और यादों में ही राहत भी छिपी है

टूटे हुए दिल की आवाज़ भी सुनो
ये भी अपनी ही तरह कुछ कहती है

जो खो गया, वही सबसे कीमती होता है
ग़ालिब ने यही सिखाया हमें

mirza ghalib ki shayari

दर्द का असर हर घड़ी महसूस होता है
पर उसे महसूस करके ही आदमी जीता है

न था कुछ तो ख़ुदा था, कुछ न होता तो ख़ुदा होता
डुबोया मुझको होने ने, न होता मैं तो क्या होता

ज़िंदगी मुट्ठी में नहीं रहती ‘ग़ालिब’
हर पल बदलती रहती है, जो समझे वही जी पाए

हर लम्हा जिंदगी का अनुभव सिखाता है
ग़ालिब के शब्द इसे और भी गहरा बनाते हैं

आज़ादी और प्यार ही असली जिंदगी है
बाकी सब तो बस दिखावे हैं

इंसान की असली पहचान उसके कर्मों से होती है
और ग़ालिब की शायरी इसे याद दिलाती है

समय की कद्र करना सीखो
क्योंकि ये कभी रुकता नहीं

खुशियों को छोटी चीज़ों में ढूँढो
ग़ालिब की तरह हर पल का आनंद लो

जिंदगानी में हर मोड़ पर सीख होती है
और हर सीख अनुभव बन जाती है

जिंदगी के सफर में अकेले चलना भी ज़रूरी है
तभी आप अपने असली खुद को पहचानते हैं

सफलता और असफलता दोनों ही अस्थायी हैं
जीवन की असली खुशी अनुभव में है

तेरी यादों में खोया रहता हूँ
तुझे देखकर भी दूर रहता हूँ

हर ख्वाहिश में तेरा ही नाम लिया
हर सांस में तेरा ही जिक्र किया

तू पास हो या दूर, दिल में बसा है
ये मोहब्बत कभी कम नहीं होती

तेरी मुस्कान के लिए जी रहा हूँ
तेरी हँसी ही मेरी दुनिया है

रातों को तेरे ख्यालों में खो जाता हूँ
और दिन में तेरी यादों में जीता हूँ

mirza ghalib ki shayari

तेरे प्यार का असर हर पल महसूस होता है
ये दिल सिर्फ तेरा ही है

तेरी आवाज़ में एक जादू है
जो मेरी दुनिया बदल देता है

तू और मैं, सिर्फ हम दोनों
ग़ालिब की तरह प्यार में खो जाते हैं

तेरी आँखों में जो चमक है
उससे मेरी दुनिया रोशन हो जाती है

तेरे होने का एहसास ही काफी है
बाकी सबकुछ अधूरा है

न था कुछ तो ख़ुदा था, कुछ न होता तो ख़ुदा होता
डुबोया मुझको होने ने, न होता मैं तो क्या होता

इंसान की असली पहचान उसके कर्मों से होती है
और ग़ालिब की शायरी इसे याद दिलाती है

वक्त बदलता है, लोग बदलते हैं
पर शायरी और जज़्बात हमेशा वही रहते हैं

हर दर्द में छिपा है एक सबक
और हर खुशी में छुपा है एक रहस्य

दुनिया सिर्फ़ दिखावे की है
असली खूबसूरती अंदर की होती है

इंसान अपने अनुभवों से ही समझदार बनता है
और शायरी उसे और गहरा बनाती है

जीवन एक किताब है
हर पन्ना एक कहानी कहता है

इंसान की असली ताकत उसके धैर्य में है
ग़ालिब इसे शायरी के जरिये बताते हैं

मौत भी जिंदगी का हिस्सा है
इसे स्वीकार करना ही सच्चा ज्ञान है

ग़ालिब कहते हैं कि खुशियाँ और ग़म दोनों ही अस्थायी हैं
अनुभव ही स्थायी है

Mirza Ghalib Ki Shayari Aaj Ke Zamane Mein

आज भी Ghalib Ki Shayari in Hindi सोशल मीडिया पर बहुत लोकप्रिय है। लोग अपने विचारों और भावनाओं को व्यक्त करने के लिए ग़ालिब के शेरों का उपयोग करते हैं। Instagram captions, WhatsApp status और Facebook पोस्ट में उनके शेर हर उम्र के लोगों को जोड़ते हैं।

ग़ालिब की शायरी सिर्फ़ प्रेम और दर्द तक सीमित नहीं है, बल्कि जीवन के अनुभवों और दर्शन को सरल और प्रभावशाली तरीके से व्यक्त करती है। ये शायरी आज भी लोगों के दिलों को छूती है और उन्हें सोचने पर मजबूर करती है।

Conclusion

Mirza Ghalib Ki Shayari in Hindi हमेशा हमारे दिलों में अपनी खास जगह बनाए रखेगी। उनकी शायरी में मोहब्बत, दर्द, जिंदगी और दर्शन का अद्भुत संगम है।

यदि आप भी शायरी के शौकीन हैं, तो अपने पसंदीदा ग़ालिब के शेर दोस्तों और सोशल मीडिया पर साझा करें और उनके जादुई शब्दों का आनंद लें।

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